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एंटी-रेट्रोवायरल थेरेपी (एआरटी) – एचआईवी संक्रमण को कम करने हेतु उपचार | HIV sankarman ko kam karne hetu upchar
Anti Retroviral Therapy (HRT)
यद्यपि एड्स एक लाइलाज बीमारी है, फिर भी एड्स प्रभावित व्यक्ति एक सामान्य जीवन जी सकता है। एचआईवी संक्रमित होना जीवन का अंत नहीं हैं क्योंकि एचआईवी संक्रमित व्यक्ति भी सही चिकित्सीय मदद एवं सहयोग से लम्बे समय तक स्वस्थ जीवन जी सकता है। एंटी-रेट्रोवायरल थेरेपी (एआरटी अगर समय से शुरू कर दी जाए तो इस बीमारी के प्रभाव को काफी हद तक कम किया जा सकता है। इसके फलस्वरूप शरीर की प्रतिरोधक क्षमता फिर से बढ़ जाती है, बीमारी का बढ़ना बंद हो जाता है एवं अन्य अवसरवादी संक्रमणों के फैलने की आशंका भी घट जाती है। इस तरह एंटी-रेट्रोवायरल थेरेपी एड्स के प्रभाव को कम करने में मदद करता है। अतः एचआईवी/एड्स प्रभावित व्यक्ति भी स्वस्थ एवं दीर्घजीवन जी सकता है।
- एंटी-रेट्रोवायरल थेरेपी का सही से पालन एवं क्रियान्वयन | anti retroviral therapy ka sahi se palan or kriyanvan
- एंटी-रेट्रोवायरल थेरेपी का सही से पालन एवं क्रियान्वयन अत्यंत आवश्यक है। इसके क्रियान्वयन में थोड़ी-सी भी चूक इसके प्रभाव को कम या खत्म कर सकती है जो बाद में अत्यंत घातक सिद्ध हो सकती है।
- एंटी-रेट्रोवायरल थेरेपी की उपलब्धता | anti retroviral therapy ki uplabdhtha
- एंटी-रेट्रोवायरल थेरेपी उन सभी के लिए उपलब्ध है जिन्हें इसकी आवश्यकता है। लोक स्वास्थ्य सुविधाओं के अंतर्गत यह अनिवार्य कर दिया गया है कि सभी एचआईवी/एड्स प्रभावित व्यक्तियों को एंटी-रेट्रोवायरल थेरेपी की सुविधा उपलब्ध करवाई जाए। संक्रमित महिलाओं एवं संक्रमित बच्चों के उपचार के लिए विशेष प्रावधान किये गए हैं।
- एंटी-रेट्रोवायरल थेरेपी कब दी जाती है? | anti retroviral therapy kab di jati hai
- एंटी-रेट्रोवायरल थेरेपी संक्रमण के स्तर की जाँच करने के पश्चात दिया जाता है। एचआईवी/एड्स प्रभावित व्यक्ति जिनका स्तर 200 CD4 (श्वेत रक्त कोशिका/mm3) से कम हो जाता है उन्हें यह थेरेपी दी जाती है। ऐसे व्यक्ति जिनका स्तर 200 से 350 CD4 के बीच होता है एवं उनमें एड्स के लक्षण दिखाई देते हैं, उन्हें भी यह थेरेपी दी जाती है। ऐसे व्यक्ति जिनका स्तर 350 CD4 से ज्यादा हो एवं भले ही उनमें एड्स के लक्षण नहीं दिखाई दें, फिर भी उन्हें यह थेरेपी दी जाती है।
- एंटी-रेट्रोवायरल थेरेपी केंद्र कहाँ स्थित हैं? | anti retroviral therapy ka head office kaha hai
- एंटी-रेट्रोवायरल थेरेपी केंद्र चिकित्सा महाविद्यालयों, जिला चिकित्सालयों एवं स्वास्थ्य सेवा, सहयोग व उपचार सेवाएँ प्रदान करने वाले लाभ-निरपेक्ष धर्मार्थ संस्थानों में स्थित हैं ताकि ज्यादा-से-ज्यादा लोग इस थेरेपी का लाभ उठा सकें। एचआईवी/एड्स प्रभावित व्यक्ति इन केन्द्रों पर जाकर उपचार एवं अन्य स्वास्थ्य सुविधाएँ प्राप्त कर सकते हैं। यह केंद्र लोगों को सामुदायिक सेवा केन्द्रों के माध्यम से उपचार से संबंधित सूचनाएँ, जानकारियाँ एवं परामर्श सेवाएँ प्रदान करता है।
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